किस से बचना चाहते हो
क्या तुम्हारी हस्ती है ?
मौत का साथ पक्का
जिंदगी तो छलती है
चल चलाचल दूर तक
इस से न मंजिल मिलती है
ख़तम होगा न ये सफ़र
मौत बस रास्ता बदलती है
केदारनाथ"कादर"
अटल सत्य - शुभकामनाएं
bilkul sahi kaha aapne
अटल सत्य - शुभकामनाएं
ReplyDeletebilkul sahi kaha aapne
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