Total Pageviews

Monday, 25 April 2011

सबक





एक नए साथी को सबसे मिलवाना था


उसे कार्यालय से परिचित करवाना था


किताबी ज्ञान परीक्षा में तो उत्तीर्ण था


वास्तविक दर्शन मुझे ही समझाना था


मुझे कार्यालायागत-नैतिकता बताना था


मैं समझाता, पर वह पहले ही जानता था


बड़े आसान शब्दों में उसने समझाया था


रिश्वत मर्द की तरह मांगी जाती है यहाँ


और स्त्री की तरह दी जा रही है यहाँ


ये नियम किसी किताब में नहीं है लिखा


प्रत्येक जानता है जो है लाइन में खड़ा





1 comment:

  1. LINE ME AAJ HAR JAGHA HI KHDA HOMA PADTA HAI. . . . . . . ACHA SABAK. . . . . . . JAI HIND JAI BHARAT

    ReplyDelete